Priyanka06

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लेखनी प्रतियोगिता -20-Mar-2023 वतन रक्षक

 शीर्षक-वतन रक्षक
दोहे
वीर नमन तुझको करूॅं, वतन रक्षक सुकाज।
कसम वतन की ले चला, कफन शीश पर साज।।

वतन नमन तुझको करूॅं, चरण झुकाऊं शीश।
परम लक्ष्य होता सतत, यही वचन सुन ईश।।

वीर सजग होकर चला, हाथ रजत शमशीर।
 सिफर तिलक शोभे सतत, वतन रक्षक जमीर।।

वतन पर लहरता ध्वज, धवल विमल सा वीर।
बदन पर जख्म हैं सजे, सहज सरल है धीर।।

तनके खड़े रहे सतत, अटल अचल है मान।
करे वतन की हिफाजत, बढ़े जगत सम्मान।।

लेखिका
प्रियंका भूतड़ा प्रिया

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5 Comments

Babita patel

23-Mar-2023 02:23 PM

nice

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बहुत ही बेहतरीन

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Abhinav ji

21-Mar-2023 07:59 AM

Very nice 👌

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